(राष्ट्रीय सेवा योजना)
महाविद्यालय में जुलाई, 2018
एनएसएस की औपचारिक शुरुआत 24 सितंबर 1969 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्म शताब्दी वर्ष पर हुई थी। एनएसएस का आदर्श वाक्य "मैं नहीं, बल्कि आप"। एनएसएस छात्रों को दूसरे व्यक्ति के दृष्टिकोण की सराहना करने और अन्य जीवित प्राणियों के प्रति विचारशील होने में मदद करता है। इस आदर्श वाक्य में एनएसएस का दर्शन अच्छी तरह से निहित है, जो इस विश्वास को रेखांकित करता है कि किसी व्यक्ति का कल्याण अंततः पूरे समाज के कल्याण पर निर्भर करता है और इसलिए, एनएसएस स्वयंसेवक समाज की भलाई के लिए प्रयास करेंगे।
SCOUT ROVER RENGER
(भारत स्काउट एवं गाइड)
महाविद्यालय में जुलाई, 2018
NCC
युवाओं को सही, संक्षिप्त और पर्याप्त जानकारी प्रदान करना तथा एचआईवी/एड्स/एसटीआई/लैंगिकता और अन्य संबंधित मुद्दों के बारे में उनकी जागरूकता का स्तर बढ़ाना (इस प्रकार मिथकों और गलत धारणाओं को समाप्त करना)। युवाओं, विशेषकर छात्राओं को शोषण एवं दुर्व्यवहार की स्थितियों की पहचान करने एवं समझने में सक्षम बनाना युवाओं को पीएलडब्ल्यूएचए की देखभाल और सहायता आवश्यकताओं के बारे में संवेदनशील बनाना और उनमें एचआईवी और एड्स से पीड़ित लोगों (पीएलडब्ल्यूएचए) की मदद और समर्थन करने की भावना पैदा करना तथा उनके खिलाफ कलंक और भेदभाव को कम करना एसटीआई/एचआईवी/एड्स/नशीली दवाओं के उपयोग से संबंधित स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक युवाओं की पहुंच बढ़ाना। सुरक्षित और जिम्मेदार स्वस्थ व्यवहार तक पहुंच के लिए युवाओं और सरकारी, गैर-सरकारी एजेंसियों और सीबीओ के बीच संबंध बनाएं स्वैच्छिक रक्तदान शिविरों का आयोजन एवं सुविधा प्रदान करना तथा युवाओं को स्वैच्छिक रक्तदान के लिए प्रेरित करना सकारात्मक स्वास्थ्य व्यवहार को प्रोत्साहित करने तथा क्लब की स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए युवाओं के बीच सहकर्मी शिक्षकों का एक कैडर तैयार करना।
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